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NIELIT DOEACC CCC User Interface Study Material PDF Download in Hindi

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यूजर इंटरफेस User interface (CCC Study Material in Hindi)

विंडोज XP विंडोज NT की फेमिली के रूप में पर्सनल कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे माइक्रोसॉफ्ट ने बनाया है | इसको 25 अक्टूबर, 2001 को सेल के लिए रिलीज किया गया | कंप्यूटर को ऑन करने पर ये ऑपरेटिंग सिस्टम स्वत: स्टार्ट हो जाता है | हम विंडोज XP पर अनेक यूजर्स बना सकते है अर्थात सबका अपना अकाउंट पासवर्ड के साथ क्रिएट हो सकता है | विंडोज XP में कुछ फीचर्स नये जोड़े गये है, जबकि कुछ अनुपयोगी फीचर्स हटाये भी गये है | प्रत्येक अकाउंट में वो सभी सेटिंग्स होती है जो अकाउंट के यूजर को पसंद है; जैसे-स्क्रीन, प्रत्येक यूजर के अकाउंट के नाम के साथ और उसे जुड़े आइकन के साथ सामने आती है | (चित्र में दर्शाया गया है ) उपलब्ध Users की लिस्ट में से, उस यूजर्स के अकाउंट पर क्लीक करो जिसके साथ आप लोग ऑन करना चाहते है | यूजर अकाउंट चुनना (Choosing a User Account)
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विंडोज की शब्दाबली Windows Terminology (DOEACC CCC Study Material in Hindi)

विंडोज की शब्दाबली अपना व्यापक विस्तार रखती है | इसमें प्रयोग होने वाले शब्द क्रियाओ, चिह्नों व ऑब्जेक्ट्स को निरुपित करते है | मुख्य प्रयुक्त होने वाले शब्द निम्नलिखित है चूज Choose एक कमांड को एक्जिक्यूट करना | सलेक्ट Select एक आइटम को सलेक्ट करके इसे एक्टिवेट करता है जिससे इसे बदला जा सके | एक कमांड या ऑप्शन्स को सलेक्ट करने से यह ऑन हो जाता है लेकिन यह कम्पलीट नही होता है | सलेक्ट किये गये मेन्यु नाम और आइटम्स रिवर्स टाइप में या एक अलग रंग में दिखाई देते है | सलेक्टेड ऑप्शन्स एक डॉट (.) या एक (x) दिखाते है | सलेक्टेड ग्राफिक्स भी एक डैश्ड लाइन या बॉक्स में एन्क्लोज्ड दिखती है जिन्हें हैंडल्स कहा जाता है | अनसलेक्ट Unselect किसी आइकन को अनसलेक्ट करने के लिए डेस्कटॉप या फोल्डर विंडो खाली एरिया में माउस से क्लिक करना होता है | यदि हम किसी ऑप्शन को अनसलेक्ट करना चाहते है तो इसके लिए किसी दुसरे ऑप्शन्स को सलेक्ट करना होता है | पॉइंट Point माउस को मूव कराया जाता है ताकि ऐरो पॉइंटर आपकी पसंद के मेन्यु नाम, कमांड नाम या ग्राफिक ऑब्जेक्ट पर आ जाये | आई-बीम I-Beam जब माउस पॉइंटर एक टेक्स्ट एरिया में होता है, जिसे आप एडिट कर सकते है, तो पॉइंटर एक वर्टिकल I-बीम की तरह दीखता है | टाइम सिम्बल Time Symbol ये कंप्यूटर द्वारा किये गये किसी कार्य के दौरान प्रदर्शित होता है | इस सिम्बल द्वारा यूजर को पता चल जाता है की अभी इस सिम्बल के प्रदर्शित होने तक उसे अगले कार्य करने के लिए प्रतीक्षा करनी है | माउस बटन्स Mouse Buttons माइक्रोसॉफ्ट माउस में 2 बटन होते है और अन्य में 3 बटन भी हो सकते है | बाँया बटन क्लिक करने से एक एक्शन कम्पलीट होता है और दायाँ माउस बटन क्लिक करने से यह शार्टकट मेन्यु में बदलता है |

माउस का प्रयोग करना एवं स्क्रीन पर आइकन्स मूव करना Using Mouse and Moving Icon on the Screen (NIELIT CCC Study Material in Hindi)

विंडोज XP स्क्रीन के विभिन्न एवं आइकन्स
CCC Study Material in Hindi PDF Download

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माउस एक बहुत ही सुविधाजनक हाथ में पकड़ी जा सकने वाली पोइंटिंग डिवाइस है जो ऑन-स्क्रीन पॉइंटर की पोजीशन को कण्ट्रोल करने के लिए प्रयोग किया जाता है | जैसे ही आप माउस को अपने डेस्क या माउस पैड पर मूव कराते है, पॉइंटर स्क्रीन पर, माउस के मूवमेंट के अनुसार ही मूव करता है | इस माउस का प्रोयग करके आप मेन्युज, कमांड्स, टेक्स्ट, ग्राफिक ऑब्जेक्ट्स या विंडो को सलेक्ट कर सकते है |

नोट :- आपको यह सुनिश्चित करना होगा की सतह चिकनी होनी चाहिए और साफ़ होनी चाहिए, जिस पर आप माउस को मूव कराते है | आपको माउस, पेपर पर या कार्ड बोर्ड की सतह पर इस्तेमाल नही करना चाहिए | माउस के मुख्य एक्श्न्स निचे दिए जा रहे है क्लिक लेफ्ट माउस बटन को दबाकर तुरंत छोड़ना, जब आप किसी आइटम को पिंट करते है | क्लिकिंग का प्रयोग, टेक्स्ट में इंसर्शन पॉइंट को रिपोजीशन करने के लिए, एक मेन्यू सलेक्ट करने के लिए, मेन्यू में से एक कमांड चुनने के लिए, या डायलोग बॉक्स में से एक ऑप्शन चुनने के लिए किया जाता है | डबल क्लिक जब आप स्क्रीन पर पॉइंटेड के टिप को एक डॉक्यूमेंट या टूलबार में मनचाही लोकेशन पर रखो और फिर माउस का दायाँ बटन दबाओ | Shift + Click जब आप क्लिक करें तब Shift Key को दबाकर रखे | इस तरीके से आप कई कांजिक्युटिव फाइलो के नाम सलेक्ट कर सकते है या करेंट इन्सशरन पॉइंट और जो लोकेशन आपने Shift के साथ क्लिक की है, उनके बीच के टेक्स्ट को सलेक्ट कर सकते है | Ctrl + क्लिक जब आप क्लिक करते है तब CTRL Key को दबाकर रखे | यह तरीका, कई नॉन-कांजिक्युटिव फाइलो के नाम या अपनी पसंद के आइटम सलेक्ट करने के लिए इस्तेमाल होता है | ड्रैगिंग ड्रैगिंग का अर्थ है, मोनिटर की स्क्रीन पर ऑब्जेक्ट्स को मूव कराना | यह एक डेस्क पर ऑब्जेक्ट्स को मूव कराने जैसा ही है | उदाहरण के लिए, एक आइकन को क्लिक और ड्रैग करना वैसा ही है जैसा एक डेस्क पर रखी पेन्सिल को हाथ से उठाना और उसे एक नई जगह पर रख देना | इसी प्रकार, आपकी मोनिटर की स्क्रीन पर किसी ऑब्जेक्ट को मूव कराने के लिए, पहले माउस पॉइंटर को उस ऑब्जेक्ट पर रखो, फिर लेफ्ट बटन दबाएँ रखकर उस ऑब्जेक्ट को उठाओ | अब माउस बटन को पकड़े हुए माउस पॉइंटर को वहाँ तक ले जाओ, जहाँ आप ऑब्जेक्ट को ड्रॉप करना चाहते अहि और फिर माउस बटन को छोड़ दो | माउस के द्वारा एक ऑब्जेक्ट या मेन्यु आइटम सलेक्ट करने के लिए
  1. माउस को मूव कराओ ताकि स्क्रीन पर दिखने वाले पॉइंटर की टिप कमांड, ग्राफिक ऑब्जेक्ट या टेक्स्ट पर हो जिसे आप सलेक्ट करना चाहते है |
  2. अब बिना माउस को मूव किये, लेफ्ट माउस बटन को जल्दी से दबाओ |
माउस के द्वारा आइकन मूव करने के लिए
  1. माउस को मूव करो ताकि पॉइंटर या टिप आइकन पर रहे |
  2. बाएँ माउस बटन को दबाकर रखो |
  3. माउस बटन को दबाएँ रखकर, माउस को धीरे-धीरे दाएँ, बाएँ, उपर निचे घुमाओ | इसे ही ड्रैगिंग कहते है ध्यान रखे की एक ग्राफिक को ड्रैग करते समय, आइकन आप के माउस के साथ-साथ मूव करता है |
  4. माउस बटन को छोड़ो |
नोट :- ड्रैगिंग के द्वारा टेक्स्ट को भी सलेक्ट किया जा सकता है | इसके लिए माउस पॉइंटर को टेक्स्ट की शुरुआत में रखो | फिर बाएँ माउस बटन को दबाएँ रखकर इच्छित दिशा में ड्रैग करो | आप देखेंगे की माउस के ड्रैग करने से हाईलाईटेड टेक्स्ट एरिया फैलता चला जाता है | इच्छित एरिया सलेक्ट होने के बाद माउस बटन को छोड़ दो |

माई कंप्यूटर आइकन The My Computer Icon (Doeacc CCC Questions Answer Paper in Hindi)

आइकन्स और उनके प्रकार Icons and their Types आइकन एक ग्राफिक ऑब्जेक्ट है जो आपके डेस्कटॉप या मोनिटर पर एक प्रोग्राम या एक फाइल दिखाता है | निचे के सबसेक्शन्स में विभिन्न प्रकार के आइकन्स के बारे में बताया गया है | (चित्र में दर्शाया गया है) सिस्टम आइकन्स System Icons सिस्टम आइकन्स स्क्रीन्स के बाएँ किनारे पर डिस्प्ले किये जाते है | ये ऑब्जेक्ट्स विंडोज द्वारा इसके इनस्टॉलेशन के दौरान ऑटोमैटिक रूप से बनाए जाते है | निम्न टैबल में पाँच सिस्टम आइकन्स का वर्णन किया गया है-
सिस्टम आइकन (System Icon) फंक्शन (Function)
माई कंप्यूटर यह आइकन, आपके कंप्यूटर से कनेक्टेड रिसोर्सेज के भीटर आपको ब्राउज करने की अनुमति देता है |
माई डॉक्यूमेंट (My Documents) स्टार्ट करने के लिए एक डिफ़ॉल्ट लोकेशन के रूप में कई प्रोग्राम्स द्वारा इस्तेमाल किया जाता है |
इन्टरनेट एक्प्लोरर (Internet Explorer) यह आइकन इन्टरनेट एक्स्प्लोरर स्टार्ट करता है |
माई नेटवर्क प्लेसिस (My Network Places) यह आइकन एक विंडोज एक्स्प्लोरर विंडो खोलता है जिसमे आपके अपने वर्कग्रुप के प्रत्येक सर्वर या कंप्यूटर के नाम प्रदर्शित होते है |
रिसायकलबिन (Recycle bin) यह आइकन उन फाइल्स और फोल्डर्स के लिए अस्थाई स्टोरेज प्रदान करता है जिन्हें आपने डिलीट किया है |

शार्टकट आइकन्स Shortcut Icons ये वो आइकन्स होते है जिनके निचले बाएँ कोने में छोटे एरोज होते है | एक शार्टकट आइकन आपके सिस्टम को कुछ ऑब्जेक्ट्स; जैसे-एक प्रोग्राम, एक डॉक्यूमेंट या एक प्रिंटर आदि में इजी एक्सेस प्रदान करता है | शार्टकट आइकन में केवल ऑब्जेक्ट की लोकेशन के बारे में ही सुचना होती है, ओब्जेक्त के बारे में नही |

प्रोग्राम, फोल्डर और डॉक्यूमेंट आइकन्स Program, Folder and Document Icons ये नॉन सिस्टम आइकन्स होते है, बिना एरोज के और ये इनके द्वारा वर्णन किये जाने वाली वास्तविक ऑब्जेक्ट्स को रिप्रेजेन्ट करते है | नोट :- इस प्रकार यदि आप इस तरह के एक आइकन को डिलीट करते है तो आप उस ऑब्जेक्ट को ही हार्ड डिस्क से डिलीट करते है | अत: बहुत सावधान रहे | माई कंप्यूटर आइकन के बारे में About My Computer Icon माई कंप्यूटर आइकन आपको आपके पीसी से जुड़े सभी रिसोर्सेज में ब्राउज करने की सुविधा देता है | जब आप माई कंप्यूटर आइकन पर क्लिक करते है, एक विंडोज एक्प्लोरर विंडो, जैसा की चित्र में दर्शाया गया है  सामने दिखती है | विंडोज एक्स्प्लोरर एक प्रोग्राम है जो विंडोज, फिल्डर कंटेन्ट्स प्रदर्शित करने के लिए इस्तेमाल की जाती है | इस विंडो में कंप्यूटर की प्रत्येक डिस्क ड्राइव्स (फ्लॉपी डिस्क, हार्ड डिस्क, सीडी रोम, जिप ड्राइव अदि) शामिल होती है एवं यदि आपने अपने पीसी को नेटवर्क से कनेक्ट किया है तो नेटवर्क डायरेक्ट्रीज भी शामिल होती है | यह अतिरिक्त सिस्टम फोल्डर्स भी दिखाता है, जो विंडोज कण्ट्रोल पैनल, प्रिंटर्स, डायलअप नेटवर्किंग और एक फोल्डर जो शिड्यूल टास्कस मैनेज करता है, में एक्सेस प्रदान करता है | नोट :- माई कंप्यूटर आइकन विंडोज XP में विंडोज एक्स-एक्स्प्लोरर अलग से उपलब्ध नही है अत: माई कंप्यूटर आइकन ऑपरेटिंग सिस्टम के परिप्रेक्ष्य से एक महत्त्वपूर्ण आइकन है |

रिसायकलबिन The Recycle Bin (NIELIT CCC Notes Model Paper Question Paper Study Material in Hindi)

रिसायकलबिन एक डेस्कटॉप पर स्थित आइकन होता है जिसका प्रयोग कंप्यूटर से डिलीटेड फाइल्स व फोल्डर्स को रखने के लिए होता है | इसका महत्व इस तथ्य से है की हम फाइल्स व फोल्डर्स को डिलीट करने के बाद पुन: प्राप्त भी कर सकते है | रिसायकलबिन आइकन डेस्कटॉप पर दिखाई देता है और यह एक वेस्ट पेपर बास्केट की तरह दिखाई देता है | जब आप इस आइकन को खोलते है, तो एक फिल्डर विंडो खुलती है, जिसमे वो फाइल्स एवं फ़ोल्डर्स होते है जो सबसे आखिर में जब रिसायकलबिन खाली किया गया था, उसके बाद से डिलीट किये गये है | वास्तव में रिसायकलबिन एक फोल्डर की तरह काम करता है | रिसायकलबिन, जिसमे रिस्टोर के लिए चुनी गयी फाइल हाईलाइटेड है
DOEACC CCC Study Material in Hindi

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नोट :- रिस्टोर ऑप्शन के द्वारा हम रिसायकलबिन से किसी भी फाइल या फोल्डर को पुन: प्राप्त कर सकते है | यह ऑप्शन मेन्यु या शार्टकट मेन्यु से प्राप्त किया जा सकता है | स्मरणीय तथ्य यह है की जब भी हम                             रिसायकलबिन से फाइल या फोल्डर डिलीट करे तो अत्यन्त सावधानी से करे क्योकि इससे फाइल/फोल्डर के डिलीट हो जाने पर पुन: प्राप्ति कोई सम्भावना नही रहती है |

स्टेटस बार, स्टार्ट एवं मेन्यु और मेन्यु सलेक्शन Status Bar, Start and Menu and Menu Selection (CCC Study Material Question Answer Paper)

स्टेटस बार Status Bar स्टेटस बार एक ग्राफिकल कण्ट्रोल एलिमेंट होती है जो विंडोज के निचे की और स्थित होती है जो एक इन्फोर्मेशन एरिया के रूप में निरुपित होती है | इन्फोर्मेशन को ग्रुप करने के लिए ये कई सेक्शन्स में बाँटी जाती है | इसका मुख्य उद्देश्य विंडो के करंट स्टेटस को प्रदर्शित करना होता है | कुछ स्टेटस बार एक्स्ट्रा फंक्शनेलिटी भी उपलब्ध कराती है | उदाहरण के लिए बहुत से वेब ब्राउजर्स में क्लिकेबल सेक्शन होता है जोकी सिक्योरिटी या प्राइवेसी इन्फोर्मेशन को पॉप अप करता है | एक स्टेटस बार को कनसोल्ड बेस्ड एप्लीकेशनश में टेक्स्ट इन्फोर्मेशन बेस्ड लाइन के रूप में भी प्रयुक्त किया जाता है | ऐसे वातावरण में आमतौर पर 80*25 टेक्स्ट मोड़ का क्न्फिग्युरेशन रखते है जिसमे सबसे अंतिम रों को स्टेटस बार के रूप में प्रयुक्त किया जाता है | शेष उपर की 24 रोस को एप्लीकेशन डाटा के लिए प्रयुक्त किया जाता है | प्राय: स्टेटस बार एप्लीकेशन की करंट स्टेट को डिस्प्ले करती है | साथ ही यह हेल्पफुल की-बोर्ड शोर्टकट्स को भी प्रदर्शित करती है | टेक्स्ट बेस्ड एनवायरमेंट का एक अच्छा उदाहरण vi एडिटर है जिसका प्रयोग यूनिक्स और लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में होता है | स्टेटस बार या स्टेटस का प्रयोग पिछले 30 वर्षो से हो रहा है और ये पॉप अप अधिक उपयोगी है क्योकि ये स्क्रीन को बीच में ब्लॉक नही करती है | कभी कभी स्टेटस बार का प्रयोग वीडियो गेम में उपर या निचे की साइड में गेम से सम्बन्धित इन्फोर्मेशन को प्रदर्शित करने में होता है |

Menu Bar And Selected Menu Window XP

CCC Menu Bar And Selected Menu Window XP Study Material

CCC Menu Bar And Selected Menu Window XP Study Material

विंडोज XP के परिप्रेक्ष्य में स्टेट्स बार का प्रयोग My Computer की विंडो में होता है, जबकि डेस्कटॉप पर ये प्रदर्शित नही होती क्योकि डेस्कटॉप में सबसे निचे की बार टास्क बार होती है जोकि स्टार्ट बटन को रखती है | प्राय: सभी स्टैंडर्ड एप्लीकेशन प्रोग्राम्स में ये प्रदर्शित होती है चित्र में दर्शाया गया है देखने पर पता चलता है की स्टेटस बार दिखाए गये ऑब्जेक्ट्स की संख्या प्रदर्शित कर रही है | इसके अलावा यह दाए भाग में My Computer को प्रदर्शित कर रही है | स्टार्ट मेन्यु Start Menu जब आप टास्कबार के बाएँ सिरे पर बने Start बटन को क्लिक करते है, तो आपकी स्क्रीन पर स्टार्ट मेन्यु खुल जाता है | यह मेन्यु वास्तव में पुरे कंप्यूटर का एक सुविधाजनक कण्ट्रोल केंद्र है | कंप्यूटर के सभी कार्य या क्रियाकलाप सामान्यता इसी मेन्यु से प्रारम्भ किये जाते है | यह मेन्यु चित्र में दर्शाए गये चित्र की तरह दिखाई देता है | इस मेन्यु में दो कॉलम है | पहले कॉलम में कुछ बार बार प्रयोग किये जाने वाले प्रोग्राम्स के आइकन दिखाए जाते है | आप उनमे से किसी भी आइकन को क्लिक करके सम्बन्धित प्रोग्राम को चालू कर सकते है | इस कॉलम के निचले भाग में All Program लिखा हुआ एक बटन होता है जिसके सामने एक हर तीर का चिह्न भी होता है | जब माउस पॉइंटर को कुछ क्षण इस बटन पर रोका जाता है, तो इससे आपके कंप्यूटर में स्थापित किये हुए समस्त प्रोग्राम्स की सूचि खुल जाती है | आप इस सूचि के किसी भी प्रोग्राम को क्लिक करके उसे प्रारम्भ कर सकते है | कुछ प्रोग्राम्स को समूहों में बाँटकर फोल्डर्स में रखा गया है | जब आप माउस पॉइंटर को ऐसे किसी फोल्डर पर लाते है, तो उसकी सामग्री अर्थात उसमे शामिल प्रोग्रामो के नाम एक सबमेन्यु के रूप में खुल जाते है | अब आप उनमे से किसी भी प्रोग्राम को चालू कर सकते है | स्टार्ट मेन्यु के दुसरे कॉलम में कई विकल्प दिए जाते है | इनका उपयोग तथा प्रभाव निम्न प्रकार है

CCC Window XP Start Menu Study Material

CCC Window XP Start Menu Study Material

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My Documents  इस ऑप्शन को क्लिक करने  से My Documents फोल्डर खुल जाता है | इस फोल्डर में आपकी डॉक्यूमेंट फाइल्स होती है | My Recent Documents जब आप इस पर माउस पॉइंटर लाते है, तो यह उन डॉक्यूमेंटस की सूचि दिखाता है, जिन्हें हल ही में प्रयोग में लाया गया था या खोला गया था | आप इनमे से किसी को क्लिक करके फिर से खोल सकते है | My Pictures इस ऑप्शन को क्लिक करने से My Pictures फोल्डर खुल जाता है | इस फोल्डर में आपकी चित्र फाइल्स होती है | My Music इस ऑप्शन को क्लिक करने से My Music फोल्डर खुल जाता है | इस फोल्डर में आपकी संगीत फाइल्स होती है | My Computer इस ऑप्शन को क्लिक करने से My Computer फोल्डर खुल जाता है | इस फोल्डर के बारे में आप ऊपर पढ़ चुके है | Set Programs Access and Defaults इस ऑप्शन को क्लिक करके आप प्रोग्राम्स के बारे में कोई सेटिंग सुधार सकते है | Printers and Faxes इस ऑप्शन को क्लिक करने से एक विंडो खुल जाती है, जिसमे सभी स्थापित प्रिंटर्स और फैक्स मशीनों के आइकन दिखाए जाते है | इस विंडो में आप कोई न्य प्रिंटर या फैक्स स्थापित कर सकते है | Help and Support इस विकल्प को क्लिक करने से विंडोज का Help प्रोग्राम प्रारम्भ होता है, जहाँ से आप विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के किसी भी विषय पर सहायता ले सकते है | Search इस विकल्प की सहायता से आप अपने कंप्यूटर में किसी फोल्डर, फाइल, साझा कंप्यूटर या डाक संदेश (mail message) को ढूंढ सकते है | Run इस विकल्प से कोई पालन करने योग्य (executable) प्रोग्राम पालित कराया जा सकता है | Log Off इस बटन से आप वर्तमान उपयोगकर्ता को लोग ऑफ़ कर सकते है और किसी अन्य उपयोगकर्ता पर लोग ऑन कर सकते है | यह सुविधा उस समय उपयोगी है, जब एक कंप्यूटर के कई उपयोगकर्ता हो और प्रत्येक उपयोगकर्ता अपनी सेटिंग या फाइल्स को प्राइवेट रखना चाहता है | Turn Off Computer इस ऑप्शन से आप विंडोज एक्सपी से बाहर निकलकर या तो कंप्यूटर बंद कर सकते है या पुन: शुरू से चालू कर सकते है | Menu मेन्यु बार एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम बहुग से टास्क लॉजिकल गुरुपिंग के आधार पर ग्रुप में असेम्बल कर सकते है | प्रत्येक ग्रुप का नाम इस बार में लिस्ट किया जाता है | प्रत्येक ग्रुप के नाम को मेन्यु हैड कहा जाता है | मेन्यु बार का प्रत्येक मेन्यु हैड पुल डाउन मेन्यु की तरह कार्य करता है अर्थात जब हम किसी भी हैड पर माउस से क्लिक करते है तो सम्बन्धित टास्कस एक लिस्ट के रूप में नजर आते है | हम इनमे से कोई भी मेन्यु ऑप्शन सलेक्ट करके सम्बन्धित कार्य को कर सकते है | सामन्यत: पुल डाउन मेन्यु को ही मेन्यु कहा जाता है | चित्र में दर्शाया गया है मेन्यु बार व इसके एक मेन्यु को एक्टिवेटीड दिखाया गया है | जिसमे एक मेन्यु ऑप्शन सिलेक्टेड भी नजर आ रहा है | मेन्यु से सेलेक्ट करना Selecting From Menu कोई मेन्यु किसी विशेष कार्य से सम्बन्धित अनेक उपलब्ध ऑप्शन या आदेशो की एक सूचि के रूप में होता है | किसी मेन्यु पर कार्य करने का अर्थ उसको सक्रिय करना और उसमे से इच्छित ऑप्शन चुनना | विंडोज XP ऑपरेटिंग सिस्टम में इन दोनों कार्यो को करने के कई तरीके उपलब्ध है | इसी मेन्यु को सक्रिय करने का सबसे सरल तरीका उसके नाम अर्थात मेन्यु-शीर्षक (menu head) को क्लिक करना है और मेन्यु के किसी ऑप्शन को चुनने की सबसे सरल विधि उस ऑप्शन पर माउस पॉइंटर ले जाकर क्लिक आकर देना है | मेन्यु को की-बोर्ड की सहायता से भी सक्रिय किया जा सकता है | इसके लिए ALT कुंजी के साथ उस मेन्यु के नाम को रेखांकित (underlined) अक्षर दबाइए | उदाहरण के लिए यदि मेन्यु का नाम ‘Edit’ है, तो उसे सक्रिय करने के लिए Alt+E (अर्थात Alt के साथ E) दबाया जायेगा | एक बार मेन्यु खुल जाने अर्थात सक्रिय हो जाने पर किसी ऑप्शन का चुनाव निम्नलिखित में से किसी भी विधि से किया जा सकता है |
  1. ऑप्शन पर माउस पॉइंटर लाकर क्लिक करके |
  2. ऑप्शन का रेखांकित अक्षर टाइप करके |
  3. उपर तथा निचे के तीर वाली keys को दबाकर उस ऑप्शन को हाईलाइट करके रिटर्न या एंटर (Enter) Key दबाकर |
  4. यदि किसी ऑप्शन के सामने कोई key combination दिया हुआ है जैसे Ctrl+N तो वे keys दबाकर उस ऑप्शन को सीधे ही अर्थात मेन्यु को सक्रिय किये बिना चुना जा सकता है |
मेन्युज में विशेष संकेत Special Indicators in Menus कई मेन्युज में कुछ ऑप्शन के पहले या बाद में कुछ विशेष चिह्न दिए होते है | ये चिह्न उस ऑप्शन के बारे में अतिरिक्त सूचनाएँ उपलब्ध कराते है | इन चिह्नों तथा उनकी उपयोगिता के बारे में आगे बताया गया है
  • सही का चिह्न Check Mark ये प्राय: किसी ऑप्शन के ठीक पहले पाए जाते है | ऐसे ऑप्शन वास्तव में किसी स्विच या स्थिति को व्यक्त करते है | जब स्विच ‘सेट’ होता है, तो उसके पहले सही का चिह्न दिखाई पड़ता है और जब वह सेट नही होता अर्थात रीसेट (Reset) होता है, तो यह चिह्न दिखाई नही पड़ता | ऐसे ऑप्शन को टॉगल (toggle) ऑप्शन भी कहा जाता है | ऐसे ऑप्शन को क्लिक करके सेट तथा फिर से क्लिक करके रीसेट किया जाता है | निचे चित्र में दर्शाया गया है |
  • त्रिकोण Triangle किसी मेन्यु के किसी ऑप्शन के दाएँ काला त्रिकोण होने का अर्थ है किस ऑप्शन से एक अन्य मेन्यु जुदा हुआ है | इस मेन्यु को सब-मेन्यु या झरना मेन्यु भी कहा जाता है | जब भी माउस पॉइंटर ऐसे ऑप्शन पर आता है, तो उसका झरना मेन्यु सक्रिय हो जाता है और उसके दायीं और (अथवा उधर जगह न होने पर बायीं और) दिखाई पड़ने लगता है | यह मेन्यु भी दुसरे मेंयुस की तरह ही कार्य करता है चित्र में दर्शय गया है |
  • लोप चिह्न Ellipsys लोप चिह्न किसी ऑप्शन के तत्काल बाद तिन छोटे लगातार बिन्दुओ (…) के रूप में दिखाई पड़ता है | इसका अर्थ है की इस ऑप्शन से सम्बन्धित क्रिया कराने से पहले कुछ अतिरिक्त सूचनाओ की आवश्यकता होती है | ऐसे ऑप्शन को चुनने पर एक डायलोग बॉक्स खुल जाता है, जिसमे आप आवश्यक सूचनाएँ बहर सकते है | उस डायलोग बॉक्स में OK बटन को क्लिक करके बहार निकलने पर ही वह ऑप्शन सक्रिय होता है |
  • बिंदु Dot जब किसी मेन्यु में दिए गये कुछ ऑप्शनस परस्पर निषेधक (mutually exclusive) अर्थात ऐसे होते है की किसी समय उनमे से एक केवल एक ही ऑप्शन चुना जा सकता है, तो उस चुने हुए ऑप्शन के सामने एक बड़ा काला बिंदु (.) दिखाई पड़ता है | इससे यह पता चलता है की उस समय कौन-सा ऑप्शन लागू है | ऐसे ऑप्शन को एक समूह के रूप में अलग से दिखाया जाता है | समूह के किसी अन्य ऑप्शन को क्लिक करके उसको लागू किया जाता है | चित्र में दर्शाया गया है |
  • की कॉम्बिनेशन key combination विंडोज में किसी-किसी मेन्यु में कुछ ऑप्शन से एक key combination जुड़ा होता है | उन keys को एकसाथ दबाना उस ऑप्शन को चुनने के बराबर होता है | ऐसे की कॉम्बिनेशन को शार्टकट keys कहा जाता है | उदाहरण के लिए चित्र में ‘copy’ विकल्प के सामने ‘Ctrl + C’ यह की कॉम्बिनेशन छापा है | इसका अर्थ है की आप कण्ट्रोल के साथ C दबाकर ‘Copy’ आदेश दे सकते है | दुसरे शब्दों में ‘Ctrl + C’ यह ‘Copy’ की शार्टकट key है |
  • हल्का ऑप्शन नाम A Grayed Option Name किसी-किसी मेन्यु में कुछ या कोई ऑप्शन किसी दुसरे रंग (सामान्यता हल्के रंग) में दिखाए जाते है, जैसे की चित्र में पीछे दिखाया गया है ऐसे रंग का अर्थ है की किसी कारणवश वे ऑप्शन उस समय उपलब्ध नही है | मेन्युज में केवल उन्ही ऑप्शन को सामान्य या गहरे रंग में दिखाया जाता है, जिनमे भरी गयी क्रिया करना उस समय सम्भव हो, मेन्युस में परिस्थिति के अनुसार ऑप्शनस का रंग बदलता रहता है और वे उपलब्ध या अनुपलब्ध होते रहते है |

एक एप्लीकेशन को रन करना Running an Application (CCC Study Material Questions papers)

एप्लीकेशन विंडो में एक प्रोग्राम होता है जिसे आप चला रहे है और जिस पर काम कर रहे है, अर्थात, वह विंडो जो MS वर्ड, एक्सेल, पॉवरपॉइंट आदि को दिखाती है | आप जो भर कार्य करते है वह एप्लीकेशन विंडो में ही रहेगा | एक एप्लीकेशन विंडो को खोलने के लिए;-
  1. स्टार्ट बटन पर क्लीक करो, स्टार्ट मेन्यु सामने आएगा |
  2. ऑल प्रोग्राम्स मेन्यु आइटम को हाईलाइट करो जो प्रोग्राम्स की लिस्ट प्रदर्शित करता है | जिस सिलेक्शन के नाम के दाई और एक पॉइंटर होता है वह एक प्रोग्राम ग्रुप होता है | एक प्रोग्राम ग्रुप, प्रोग्राम्स एवं रिलेटेड डॉक्यूमेंट फाइल्स का एक कलेक्शन होता है | जब आप एक प्रोग्राम ग्रुप चुनते है, तो यह एक मेन्यु खोलता है जिसमे प्रोग्राम ग्रुप के आइटम्स की लिस्ट होती है |
  3. ऑल प्रोग्राम मेन्यु आइटम लिस्ट में से, मनचाहा एप्लीकेशन; जैसे-वर्ड, एक्सेल, पॉवरपॉइंट आदि पर क्लिक करो | उदाहरण के लिए एप्लीकेशन (MS-Word) खुलती है देखे चित्र में |
Application Window डॉक्यूमेंट MS Word में खुलता है |
NiELIT CCC MS Word File Study Material in Hindi

NiELIT CCC MS Word File Study Material in Hindi

नोट :- वे फाइल्स जो एप्लीकेशन को रन करने में प्रयुक्त होती है, एक्जिक्यूटेबल फाइल्स कहलाती है | फाइल, फोल्डर्स और डायरेक्ट्रीज को विंडोज एक्सप्लोरर से देखना Windows Explorer  Viewing of File, Folders and Directories फाइल्स एवं फोल्डर्स क्या होते है? What are Files and Folders? फाइल्स एवं फोल्डर्स, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के दो फंडामेंटल कॉन्सेप्ट्स है | एक पीसी में जैसे ही आप अपना कार्य सेव करते है, आप फाइल्स एवं फोल्डर्स को बनाते और उन्हें व्यवस्थित करते है | फाइल File एक फाइल को हम इन्फोर्मेशन की यूनिट के रूप में समझ सकते है | इन्फोर्मेशन को फाइल के यूनिक नाम से भविष्य में कभी भी पुन: प्राप्त किया जा सकता है | फाइल की अवधारणा काफी विस्तृत है क्योकि इसकी इन्फोर्मेशन किसी प्रोग्राम का इनपुट आउटपुट या स्वयं प्रोग्राम हो सकती है | यह इन्फोर्मेशन विभिन्न प्रकार के डाटा को रख सकती है | नोट :- एक फाइल में किसी भी प्रकार की सुचना हो सकती है: एक प्रोग्राम या एप्लीकेशन या एक डॉक्यूमेंट, डॉक्यूमेंट का एक भाग; जैसे-टेबल या एक ग्राफिक, एक साउंड या म्यूजिक का एक टुकड़ा आदि | आपके कंप्यूटर में प्रत्येक चीज आपके हार्ड डिस्क पर स्थित फाइल्स से ही बनी होती है | विंडोज भी कई हजार अलग-अलग फाइल्स का समूह है जो एक-दुसरे के साथ इंटरैकट करती है | आप रोजाना जो भी एप्लीकेशनस इस्तेमाल करते है, वो भी कई फाइल्स के कलेक्शन्स होते है जो एक दुसरे से और विंडोज फाइल्स के साथ इंटरैक्ट करते है | जो भी डॉक्यूमेंटस आप बनाते है वो स्वयं फाइल्स होते है जो उन्हें तैयार करने वाले, जिस एप्लीकेशन को आप इस्तेमाल करते है, के द्वारा लोड किये जाते है | उदाहरण के लिए जब आप MS-Word वर्ड में एक डॉक्यूमेंट सेव करते है तो वह डॉक्यूमेंट आपकी डिस्क पर एक फाइल के रूप में सेव होता है | फोल्डर Folder जैसे-जैसे आप विंडोज में कम करते जाते है आप देखते है की एक हार्ड डिस्क में सैकड़ो फाइल्स होती है | इससे पहले की आप अपनी फाइल बनाएँ, आपको लगता है की पहले से बनही फाइलो को यदि उचित ढंग से व्यवस्थित न किया गया तो उनका ट्रैक रखना मुश्किल हो जाएगा | अत: विंडोज में फाइल्स को मैनेज करने के लिए जो मौलिक डिवाइस होती है उसे फोल्डर कहा जाता है | नोट :- एक फोल्डर एक विशेष प्रकार की फाइल होती है जिसमे कुछ अन्य फाइल्स या सब फोल्डर्स की एक लिस्ट होती है | जब एक फोल्डर को खोला जाता है, इसकी अपनी विंडो होती है एवं इसमें रखी फाइल्स उस विंडो में दिखाई देती है | फोल्डर ट्री The Folder Tree फोल्डर्स का प्रबंध हैरार्की में किया जा सकता है जिससे इसमें डाटा प्रबन्धन की व्यवस्था सुमुचित प्रकार से की जा सकती है | नोट :- हैरार्किकल का अर्थ है फोल्डर्स में अन्य फोल्डर भी रखे जा सकते है जिससे इसमें डाटा प्रबन्धन की व्यवस्था समुचित करके उनका ट्रैक रख सकते है | यदि एक फोल्डर ‘A’ फोल्डर ‘B’ में है तो फोल्डर ‘A’ को फोल्डर ‘B’ का सब फोल्डर कहा जाता है | कोई भी फोल्डर जितने आप चाहते है उतने सब फोल्डर रख सकता है, लेकिन प्रत्येक सब फोल्डर (प्रत्येक फाइल की ही तरह) केवल एक ही फोल्डर में रह सकता है और इस प्रकार, एक डायग्राम जिसमे यह दिखाया जाता है की कौन-सा फोल्डर, कौन-से दुसरे फोल्डर के अंदर रखा गया है, एक फैमिली ट्री की तरह दिखाई देता है | इस डायग्राम को ही फोल्डर ट्री या फोल्डर हैरार्की या फोल्डर लिस्ट कहते है | फोल्डर ट्री के सबसे उपर, फोल्डर फैमिली का फाउंडर होता है, जिसे डेस्कटॉप कहते है | डेस्कटॉप के बाद माई कंप्यूटर आदि होते है एवं अन्य अतिरिक्त फाइल्स व फोल्डर्स होते है जिन्हें आपने डेस्कटॉप पर कॉपी किया होता है | माई कंप्यूटर के निचे आपके सिस्टम के स्टोरेज मिडिया के सभी आइकन होते है जो हार्ड ड्राइव, फ्लोपी ड्राइव, सीडी रोम आदि को दर्शाते है | फाइल एवं फोल्डर्स के मौलिक कार्य निम्न है
  • बनाना (Creating)
  • नाम रखना (Naming)
  • खोलना (Opening)
  • बंद करना (Closing)
फाइल्स एवं फोल्डर्स को सलेक्ट करना Selection Files and folders विंडोज में कार्य करने का नियम है, सलेक्ट करो फिर आगे कोई काम करो | अर्थात आप जिस फाइल एवं फोल्डर को प्रयोग में लाना चाहते है, उसे पहले सेलेक्ट करो | फाइल एवं फोल्डर, आइकन्स द्वारा विंडोज एवं फोल्डर में दर्शाएँ जाते है और इनका नाम इन आइकन्स के निचे प्रिंट होता है | एक फाइल या फोल्डर को सेलेक्ट करने के लिए निम्न करे
  • वेब स्टाइल व्यू में, एक फाइल या फोल्डर को सेलेक्ट करने के लिए, कर्सर को इसके आइकन पर ले जाओ | जब आइकन हाई लाइटेड दिखे तो इसका अर्थ है ऑब्जेक्ट सेलेक्ट हो गया है |
  • क्लासिकल स्टाइल में, एक ऑब्जेक्ट को सेलेक्ट करने के लिए, उस ऑब्जेक्ट पर सिंगल क्लिक करो | एक फाइल या फोल्डर को खोलने के लिए उस पर डबल क्लिक करो |
नोट :- एक से ज्यादा ऑब्जेक्ट को सेलेक्ट करने के लिए, पहली ऑब्जेक्ट को सेलेक्ट करो और फिर Ctrl key दबाए रखकर, अन्य ऑब्जेक्ट्स को सेलेक्ट करो | एक फोल्डर के सभी आइटम्स को सलेक्ट करने के लिए ये करे + A दोनों keys को एक साथ दबाओ | विंडोज XP में फाइल और डायरेक्ट्री मैनेजमेंट File and Directory Management in Windows XP किसी भी फाइल की लोकेशन को पाथनेम द्वारा दर्शाया जाता है | ये फाइल एक्जैक्त कंप्यूटर सिस्टम लोकेशन को दर्शाता है | विंडोज में पाठ के द्वारा आसानी से फाइल व फोल्डर को मैनिपुलेट किया जा सकता है | विंडोज में फोल्डर्स को डायरेक्ट्री कहा जाता है | एक डायरेक्ट्री, फाइल्स और अन्य डायरेक्ट्रीज का कलेक्शन होता है | फाइल लिस्टिंग में, विंडोज एक फोल्डर आइकन प्रदर्शित करता है जिसका नाम उस डायरेक्ट्री को दर्शाता है जिसमे अन्य फाइल्स होती है | फोल्डर्स सबफोल्डर्स को रखते है, अत: फाइल को लोकेशन, फाइल का पाठ शायद, एक डिस्क ड्राइव पर स्थित कई नेस्टेड फोल्डर की तरह गहरा हो | एक फुल पाथनेम एक डिस्क ड्राइव नाम से शुरू होता है, जिसके बाद एक कोलन (:) तथा इसके बाद एक बैकस्लैश (/) लगता है | यदि फाइल डिस्क ड्राइव के टॉप फोल्डर में होती है (जिसे रूट डायरेक्ट्री कहा जाता है), तो आप फाइल नेम टाइप कर सकते है | लेकिन यदि फाइल अन्य फोल्डर में है तो, आपको उस फोल्डर को बैकस्लैश के बाद लिस्ट करना होगा, सबसे बाहरी (आउट मोस्ट) से लेकर सबसे भीतरी (इनर मोस्ट) तब और प्रत्येक फोल्डर के नाम को फाइल्स स्पेसीफाई करते है C:\autoexec.bat D:\Shery\WordProc\Home\Insure\Fire and Casualty पहला फाइल नाम autoexec.bat है जो रूट डायरेक्ट्री में स्थित है | दुसरा फाइल नाम Fire and Casualty है जो नेस्टेड डायरेक्ट्रीज की एक सीरिज के भीतर स्थित है | विंडोज एक्स्प्लोरर प्रोग्राम पुरे कंप्यूटर सिस्टम को ग्राफिकाली प्रदर्शित करते है जिसमे इसकी सभी फाइल्स एक ही स्ट्रक्चर के रूप में होती है | एक्स्प्लोरर के साथ आप कंप्यूटर हार्ड डिस्क के प्रत्येक डाटा को एक्सेस कर सकते है | विंडोज एक्स्प्लोरर को स्टार्ट करना Starting Windows Explorer विंडोज एक्स्प्लोरर को दो प्रकार से ओपन किया जा सकता है | माई कंप्यूटर विंडो के द्वारा या स्टार्ट मेन्यु के द्वारा | यहाँ हम दोनों तरीको से अध्ययन करेंगे | विंडोज एक्स्प्लोरर को स्टार्ट करने के लिए
  1. माई कंप्यूटर विंडो के व्यू मेन्यु को खोलो, एक्स्प्लोरर सलेक्ट करो | एक सबमेनू सामने आएगा | फोल्डर्स पर क्लिक करो | या स्टार्ट बटन पर क्लिक करो, ऑल प्रोग्राम को हाईलाइट करो, एक्सेसरीज को हाईलाइट करो, एक सबमेनू आएगा | विंडोज एक्स्प्लोरर पर क्लिक करो |
विंडोज फोल्डर्स Browsing Folders एक्स्प्लोरर विंडो का बायाँ पेन आपके पीसी के सभी ड्राइव्स, फोल्डर्स एवं डेस्कटॉप आइकन्स को दिखाता है | ड्राइव या फोल्डर जिसमे अन्य फ़ोल्डर्स होते है, में आइकन के बाई और एक + चिह्न होता है | इस + चिह्न पर क्लिक करो ताकि इसे एक्सपेंड (expand) किया जा सके और इसके भीतर के फोल्डर्स को देखा जा सके | फाइल्स एवं फोल्डर्स को खोलना Opening Files and Folders विंडोज एक्स्प्लोरर में किसी भी ऑब्जेक्ट को इसके आइकन पर सिंगन क्लिक (वेब स्टाइल में) या डबल क्लिक (क्लासिक स्टाइल में) करके खोला जा सकता है | बायं पेज से Folder Select करना |
CCC Window XP File and Folder Study Material in Hindi

CCC Window XP File and Folder Study Material in Hindi

फाइल्स एवं फोल्डर्स को मूव करना या उनकी कॉपी करना Moving or Coping Files and Folders एक ऑब्जेक्ट को मूव या कॉपी करने के लिए, राइट बटन को दबाकर उसे करंट पोजीशन से खींचकर, नई पोजीशन तक ले जाना होता है | जब आप माउस बटन छोड़ते है तो एक शार्टकट मेन्यु आता है जैसा की चित्र में दर्शाया गया है | इस शार्टकट मेन्यु में से कॉपी हियर (Copy here), मूव हियर या क्रिएट शार्टकट हियर, कोई भी ऑप्शन पर क्लिक करो | फाइल्स एवं फोल्डर्स को डिलीट करना Deleting Files and Folders फाइल्स या फोल्डर्स को डिलीट करने के लिए
  1. उस फाइल या फोल्डर को सलेक्ट करो जिसे डिलीट करना है |
  2. टूलबार पर स्थित डिलीट बटन पर क्लिक करो |
  3. डायलोग बॉक्स में ‘Yes’ पर क्लिक करो | या आप ऑब्जेक्ट पर राइट क्लिक करके कॉन्टेक्स्ट मेन्यु में से डिलीट (delete) को चुनो | डायलोग बॉक्स में से yes को चुने |
मूव व कॉपी करने के लिए 
CCC Window XP Move and Copy Study Material in Hindi

CCC Window XP Move and Copy Study Material in Hindi

नोट :- कंप्यूटर से डिलीट की गयी ऑब्जेक्ट, रिसाइकल बिन फोल्डर में जाती है | आप इन्हें रिसाइकल बिन फोल्डर पर डबल क्लिक करके पुन: प्राप्त कर सकते है | फाइल्स एवं फोल्डर्स को बंद करना Closing Files and Folders एक विंडोज एक्स्प्लोरर को बंद करने के लिए X-बटन, जो विंडो के उपरी दाएँ कोने में होता है, पर क्लिक करो उपर दिए गये चित्र में दर्शाया गया है | व्यू बदलने के लिए
  • व्यू मेन्यु पर क्लिक करो और मनचाहा व्यू चुनो (निचे चित्र में देखे) या, टूलबार पर स्थित व्यू बटन के पास के ऐरो पर क्लिक करो या, टूलबार पर स्थित व्यू बटन पर क्लिक करो ताकि विभिन्न व्यूज में स्क्रॉल किया जा सके | मनचाहा व्यू सलेक्ट करो और Enter Key दबाओ |
विंडोज एक्स्प्लोरर को कस्टमाइज Customese करना आप अपनी आवश्यकताएँ और कार्य करने के ढंग के अनुसार विंडोज एक्स्प्लोरर के कई फीचर्स को कस्टमाइज कर सकते है |
  • फाइल्स एवं फोल्डर्स को दर्शाने के लिए इस्तेमाल होने वाले आइकन्स के साइज़
  • फाइल्स एवं फोल्डर्स को लिस्ट या आइकन्स के रूप में प्रदर्शित करना |
  • प्रत्येक फाइल एवं फोल्डर के लिए प्रदर्शित सुचना |
  • जिस क्रम में फाइल्स एवं फोल्डर्स दिखाए जाते है |
लिस्ट में से मनचाहा व्यू चुनना 
CCC My Computer List Study Material in Hindi

CCC My Computer List Study Material in Hindi

फाइल्स एवं फोल्डर्स को बनाना व उनके नाम बदलना Creating and Renaming of Files and Folders फाइल्स एवं फोल्डर्स बनाना Creating Files and Folders नई फाइल या फोल्डर बनाने के लिए:
  1. विंडोज एक्स्प्लोरर या फोल्डर विंडो में से, फाइल (file) मेन्यु को क्लिक करो और फिर न्यू (new) को चुनो या डेस्कटॉप के खली स्थान में माउस से राइट क्लिक करो | जिससे स्क्रीन पर एक शार्टकट मेन्यु प्रदर्शित होगा | इस मेन्यु से न्यू (new) को चुनो |
सबमेन्यु जिसमे वो नई ऑब्जेक्ट होती है जिन्हें बनाया जा सकता है |
CCC Sub Manu New Object Study Material in Hindi

CCC Sub Manu New Object Study Material in Hindi

  1. दोनों स्थितियों में, एक सब मेन्यु में आप नई ऑब्जेक्ट जो आप बना सकते है; जैसे-फोल्डर, शार्टकट एवं कई प्रकार की फाइले उपर चित्र में दर्शाया गया है, आदि को सूचि देख सकते है |
  2. सूचि से एक एलिमेंट को सलेक्ट करो | विंडोज सलेक्ट की गयी ऑब्जेक्ट को बनता है |
फाइल्स एवं फोल्डर्स को रिनेम करना Renaming Files and Folders एक फाइल या फोल्डर को पुन: नामकरण या रिनेम करने के लिए
  1. उस फाइल या फोल्डर को सलेक्ट करो जिसे आप रिनेम करना चाहते है | फाइल (file) मेन्यु पर क्लिक करके रिनेम (rename) पर क्लिक करो | या फाइल/फोल्डर पर राइट क्लिक करके कॉन्टेक्स्ट मेन्यु में से रीनेम (rename) चुनो या F2 key दबाओ | या लेफ्ट टास्क पेन में ‘रिनेम दिस फाइल/फोल्डर’ पर क्लिक करो |
  2. एक बॉक्स, करेंट नाम के चारो और दिखेगा एवं पूरा नाम सलेक्ट होगा | बॉक्स में न्य नाम टाइप करो और Enter Key दबाओ निचे चित्र में दर्शाया गया है | पुराने नामे को एडिट करने के लिए, न्य नाम टाइप करने की जगह, नाम बॉक्स में वहाँ पर क्लिक करो जहाँ से आप टाइपिंग या एडिटिंग करना चाहते है |

अलग अलग विंडोज को खोलना और बंद (क्लोज) करना Opening and Closing of Different Windows (CCC Study Material Sample Model Paper)

विंडोज को तीन प्रकार से ओपन किया जा सकता है | इन विंडोज को हम निम्न प्रकार से वर्गीकृत कर सकते है
  1. एप्लीकेशन विंडो 2. डॉक्यूमेंट विंडो 3. फोल्डर विंडो
वह विंडो जो किसी एप्लीकेशन को रन कराती है, एप्लीकेशन विंडो कहलाती है ? जैसे-MS-Word का आइकन स्टार्ट मेन्यु से क्लिक करने पर MS-Word को एप्लीकेशन विंडो खुल जाएँगी | यदि हम  MS-Word की फाइल के आइकन को डेस्कटॉप से डबल-क्लिक करे तो हम कह सकते है की फाइल की डॉक्यूमेंट विंडो खुल गयी है | डॉक्यूमेंट विंडो में एक डॉक्यूमेंट होता है जिस पर आप एक एप्लीकेशन विंडो के भीटर कार्य करते है | अधिकांश एप्लीकेशनस आपको कई साड़ी डॉक्यूमेंटस विंडो एक-साथ खोलने की अनुमति देते है ‘चित्र में दिखाया गया है’ डॉक्यूमेंट विंडो को चाइल्ड विंडो भी कहा जाता है | फोल्डर विंडो का प्रयोग फोल्डर के कंटेंट्स को देखने के लिए किया जाता है | एक डॉक्यूमेंट विंडो खोलने के लिए
  1. फाइल मेन्यु पर क्लिक करो और ओपन डायलोग बॉक्स सामने आएगा, लुकइन: ड्रॉपडाउन लिस्ट बॉक्स में फाइल पर क्लीक करो और जिस फाइल को आप खोलना चाहते है उसे चुनो |
एक डॉक्यूमेंट विंडो को बंद करने के लिए
  1. फाइल मेन्यु पर क्लीक करो और क्लोज चुनो |
  2. (X) क्लोज बटन जो विंडो के उपरी दाएँ कोने में होता है, पर क्लिक करो |
  3. टास्क बार में डॉक्यूमेंट पर राइट क्लीक करो और क्लोज चुनो | चित्र में दर्शाया गया है |
  4. Alt + F4 Keys की एकसाथ दबाओ |
टास्कबार में एक डॉक्यूमेंट विंडो को क्लोज करना

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