NIELIT DOEACC CCC Basic DOS Commands Study Material PDF
NIELIT DOEACC CCC Basic DOS Commands Study Material PDF:- NIELIT (DOEACC) CCC Study Material Question Answer Paper Practice Set True and False Questions की इस Website में आज की पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आये है Basic DOS Commands CCC Study Material in Hindi में | CCC Study Material and Notes की इस पोस्ट को अभ्यर्थी ध्यान से पढ़े क्योकि CCC Book का यह पाथ CCC Question Answer में बहुत ही महत्त्वपूर्ण होता है | CCC Study Material की इस पोस्ट में हमने आपको DOS Commands कैसे देते है की पूरी जानकारी Hindi में दी हुई है | अभ्यर्थियो को हमने अपनी पिछली पोस्ट में CCC Study Material in English में भी दिया था, और उसके अलावा आपको CCC Question Answer, CCC True and False Questions को हिंदी और इंग्लिश में भी दिए थे |
बेसिक डॉस कमाण्ड्स Basic DOS Commands (CCC Study Material)
डॉस एक कैरेक्टर यूजर इंटरफेस आधरित ऑपरेटिंग सिस्टम हे जोकि अपने प्रॉम्प्ट पर कोई कमाण्ड स्वीकार करके कार्य करता है। अत: यूजर डॉस में टाइप्ड कमाण्ड्स के द्वारा ही कम्प्यूटर को इंस्ट्रक्शन दे सकता है। डॉस ऑपरेटिंग सिस्टम कमाण्ड्स का एक बडा सेट रखता है। हैस कि हम पढ़ चुके हैं कि इन डॉस कमाण्ड्स को दो भागों मे बाँटा जा सकता है। ये प्रकार इंटर्नल और एक्सटर्नल है.।
डॉस कम्प्यूटर का बुनियादी औ व्यावहारिक रुप में सबमे पहना प्रयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है।
डॉस की बेसिक कमाण्ड्स को समझने से पहले हमें निम्नलिखित आधारभूत तथ्यों को समझना होगा।
डायरेक्टरी और फाइलें क्या हैं? आप अपने ऑफिस में दस्तावेजों के संचय के तरीकों के विषय में विचार करें। आपके पास दस्तावेजों के संचय के लिए एक फाइल कैबिनेट हो सकती है जिसमें विभीन्न फोल्डरों मे योजनाओं, ग्रहकों और दूसरी चीजों का विवरण इकट्ठा करके रखा हो सकता है। प्रत्येक फोल्डर के अंदर पत्र, रित्र, रिपोर्ट आदि वस्तुएँ रखी हो सकती हैं। डॉस में एक डोस्क को एक फाइल केबिनेट माना जा सकता है। इस डिस्क में डायरेक्टरीज होती हैं जिनके लिए डिस्क में अलग- अलग स्थान सुरक्षित रखे जाते हैं। प्रत्येक डायरेक्टरी में विभिन्न फाइलें (जैसे- पत्र, रिपोर्ट आदी) हो सकती हैं। जिस प्रकार सूचनाओं को किसी फोल्डर में संचित करके रखा जाता है, उसी प्रकार उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रुप में एक फाइल में डिस्क के अंदर रखा जाता है। इस फाइल को फिर किसी डायरेक्टरी में संचित किया जाता है।
रुट डायरेक्टरी मुख्य डायरेक्टरी को रुट डायरेक्टरी कहते हैं और सभी डायरेक्टरीयाँ इस डायरेक्टरी की शाखाएँ होती हैं। डायरेक्टरीयों मे फाइलें, प्रोग्राम दूसरी डायरेक्टरीयाँ संचित होती हैं। रुट डायरेक्टरी को ड्राइव कैरक्टर के द्वारा दिखाया जाता है। जिसमें इसके आगे कॉलन (:)व स्लैश (\) लगा होता है, जैसे- C:\ ; A:\ आदि।
पाथ किसी वांछित फाइल को प्राप्त करने के लिए आपको रुट डायरेक्टरी से उस डायरेक्टरी तक जाना होता है जिसमें वांछित फाइल है। डायरेक्ट्रियों की सूची ही वांछित फाइल तक पहुँचने का रास्ता है। प्रत्येक डायरेक्टरी का नाम स्लैश (\) द्वारा अला किया जाता है। उदाहरण के लिए Path निम्नलिखित प्रकार हो सकता है C:\WS\REPORTS यह कमाण्ड क्म्प्यूटर को निर्देश देती है कि C ड्राइव से आरम्भ करें, रुट डायरेक्टरी से WS डायरेक्टरी तक जाएँ और फिर Reports फाइल तक जाएँ।
फाइलों के नाम जिस प्रकार आप विभिन्न फोल्डरों का पता रखने क् लिए उनकी सूची के अनुसार उन पर अलग- अलग नामों के लेबल लगाते हैं, ठीक उसी प्रकार कम्प्यूटर में प्रत्येक फाइल का एक विशेष नाम होता है। किसी भी फाइल के नाम के दो भाग होते हैं
- पहला नाम विस्तार नाम
फाइल के नाम का एक उदाहरण निम्न प्रकार है
Report.पहला नाम
TXT विस्तार नाम
पहले नाम में 1 से 8 तक अक्षर हो सकते है.।
विस्तार नाम मे. 0 से 3 तक अक्षर हो सकते हैं।
पहले नाम और विस्तार नाम को बीच में एक बिन्दु (.) से जोड़ा जाता है।
बिन्दु (.) के पहले और बाद में खाली जगह नहीं छोड़ी जाती।
डॉस की इंटर्नल कमाण्ड इंटर्नल कमाण्ड का वास्तविक अर्थ हम इस प्रकार समझ सकते हैं कि जब हम कोई कार या स्कूटर खरीदते हैं तो उसके साथ हमें कुछ टूल (रिंच या पेंचकस) मिलते है, इनकी सहायता से हम स्कूटर या कार का पहिया बदल सकते हैं, लेकिन यदि वाहन में कोई बड़ी खराबी आती है तो वाहन को गैराज में लेजाकर ठीक करवाना पड़ता है। यहाँ पर हम वाहन के साथ मिले टूल्स को इंटर्नल कमाण्ड और गैराज को एक्सटर्नल कमाण्ड मान सकते हैं। जैसे ही कम्प्यूटर अपना पावर ऑन सेल्फ टेस्ट पूरा करता है तो डॉस की Command. Com नामक फाइल क्रियान्वित होकर कम्प्यूटर को बूट करके C:\> पर पहुँचा देती है, इसी के साथ कम्प्यूटर की मेमोरी में स्थापित समस्त इंटर्नल कमाण्ड Load हो जाती हैं और हम इनका प्रयोग कर सकते हैं।
एक्सटर्नल कमाण्ड एक्सटर्नल अर्थत् बाहरी कमाण्ड्स का अर्थ इंटर्नल कमाण्ड की परिभाषा से समझ सकते हैं। इन कमाण्ड्स को प्रयोग करने के लिए हमें अलग से इनकी फाइलों की आवश्यकता होती है, ये कमाण्ड्स कम्प्यूटर की मेमोरी में स्थाई रूप से स्थापित नही हैं। इनकी फाइलों का विस्तार नाम या तो EXE होता है या Com I DIR नामक आंतरिक कमाण्ड का प्रयोग C:\DOS नामक डायरेक्टरी पर करके इन्हें देख सकते हैं।
फाइल/ डायरेक्टरी के मैनीपुलेशन्स File\Directory Manipulations (CCC Study Material in Hindi)
डॉस कमाण्ड्स के द्वारा विभीन्न प्रकार से फाइल/ डायरेक्टरी मैनीपुलेशन्स किये जा सकते हैं। हम फाइल क्रिएट करने से लेकर प्रिंटर पर प्रिंट तक समस्त कार्य बेसिक डॉस कमाण्ड्स के जरिए कर सकते हैं। इसी प्रकार, डायरेक्टरीज को क्रिएट करने से लेकर उसमें फाइल्स कॉपी करने का कार्य भी बेसिक डॉस कमाण्ड्स के द्वारा किया जा सकता है।
- MD कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग sub-directory के निर्माण में किया जाता है। इसका सम्पूर्ण नाम MAKE DIRECTORY होता है।
कमाण्ड संरचना
C:\> MD <NAME> <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा हम हार्ड डिस्क व फ्लॉपी डिस्क में अपनी आवश्यकतानुसार Directories का निर्माण कर सकते हैं।उदाहरण के लिए,
C:\> MD FOLDER1 <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा C:\ रूट डायरेक्टरी में FOLDER1 सब- डायरेक्टरी क्रिएट हो जाएगी।
चित्र MD कमांड का प्रयोग

CCC Study Material MD Commands
- CD कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग Directory को बदलने के लिए किया जाता है। इसका अर्थ है, CHANGE DIRECTORY
कमाण्ड संरचना
C: \ CD <DIRECTORY NAME> <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा हम एक directory से दूसरी directory में जा सकते हैं। यदि हमें root directory से sub-directory मे जाना है तो भी हम इस कमाण्ड का प्रयोग कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, C:\में दो डायरेक्टरीज Folder1 व Folder2 हैं तो Folder1 से Folder2 में जाने के लिए CD कमाण्ड का प्रयोग निम्नलिखित रूप से करते हैं
C:\Folder 1> CD Folder2 <Enter>
- RD कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग directories को समाप्त करने के लिए किया जाता है। इसका सम्पुर्ण नाम है REMOVE DIRCTORY NAME ।
कमाण्ड संरचना
C:\> RD <DIRECTORY NAME> <Enter>
इस कमाण्ड का प्रयोग directories को डिस्क से remove करने के लिए किया जाता है। इसे प्रयोग करते समय केवल इतनी सावधानी रखनी चाजिए का directory में किसी भी प्रकार की कोई फाइल शेष न हो अर्थात् directories को remove करने से पूर्व उसकी समस्त फाइलों को डिलीट कर देना चाहिए।
उदाहरण के लिए, यदि हम Folder1 डायरेक्टरी को रिमूव करना चाहते हैं तो हमें RD कमाण्ड निम्नलिखित रुप मे देनी होगी
C: \> RD Folder1 <Enter>
- DIR कमाण्ड DIR कमाण्ड के द्वारा किसी भी डायरेक्टरी के कंटेंट्स को देखा जा सकता है।यह कमाण्ड करंट या स्पेसीफाइड फोल्डर की फाइल्स व फोल्डर्स की लिस्ट को डिस्प्ले करती है।
कमाण्ड संरचना
C:\> DIR <DIRECTORY NAME> <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा रूट, करंट व सब- डायरेक्टरीज के कंटेंट्स को देखा जा सकता है।
उदाहरण के लिए, यदि हम करंट फोल्डर Folder1 में रहते हुए Folder2 फोल्डर के कंटेंट्स को देखना चाहते हैं तो इसके लिए हम निम्न कमाण्ड देंगे
C:\Folder1> DIR C:\Folder2 <Enter>
चित्र DIR Commands का प्रयोग

CCC Study Material DIR Commands
- REN कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग किसी भी फाइल का नाम बदलने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड संरचना
C:\>REN <FILE NAME> <NEW NAME> <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा हम किसी भी फाइल का नाम अपनी आवश्यकतानुसार बदल सकते हैं। सर्वप्रथम इस कमाण्ड के साथ फाइल का पुराना नाम लिखते हैं और उसके आगे हम नया लाम लिखते हैं और <enter> key दब देते हैं। <enter> key को दबाते ही यह कमाण्ड फाइल का नाम बदल देती है।
दबा देते हैं। <enter> key को दबाते ही यह कमाण्ड फाइल का नाम बदल देती है।
उदाहरण के लिए, यदि हम Folder2 फोल्डर का नाम बदलकर Folder3 रखना चाहते हैं तो इसके लिए हमें निम्नलिखित REN कमाण्ड का प्रयोग करना होगा
C:\Folder1> REN C:\Folder2 Folder3 <Enter>
- TYPE कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग किसी भी फाइल के Contents को देखने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड संरचना
C:\>TYPF < FILE NAME> Enter>
किसी भी फाइल को मॉनीटर पर देखने के लिए हम type कमाण्ड के साथ फाइल का नाम लिखकर <enter> key को दबा देते हैं जिसके परिणामस्वरूप फाइल मॉनीटर पर दिखाई पड़ती है।
उदाहरण के लिए, यदि हम Folder1 फोल्डर में स्थित File1 फाइल के कंटेंट्स को देखना चाहते हैं तो हम इसके लिए निम्नलिखित कमाण्ड देंगे
C: \Folder1> TYPE C: \Folder1\File1 <Enter>
या
C:\Folder1> TYPE File1 <Enter>
- PATH कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग directories के मध्य path निर्धारित करने में किया जाता है।
कमाण्ड संरचना
C:\>PATH = <LOCATION OF A FOLDER> <Enter>
इस कमाण्ड का प्रयोग मुख्यत: autoexec.bat फाइल मे किया जाता है।
पाथ कमाण्ड किसी एक फोल्डर में दूसरे किसी फोल्डर में स्थित फाइलों को ऐक्सेस कराने के लिए ऐक्सेसेबिलीटी स्थापित करती है। हम किसी एक फोल्डर में एक से ज्यादा फोल्डर्स का पाथ सेट कर सकते हैं। पाथ कमाण्ड को पूर्णत: किसी उदाहरण के सहयोग से समझा जा सकता है। उदाहरण के लिए, यरि हम सोलिटेयर गेम को Folder1 फोल्डर में चलाना चाहते हैं, जबकि इस गेम की एक्जिक्यूटेबन फाइल Folder2 फोल्डर में स्थित है, तो हमें Folder1 फोल्डर में Folder2फोल्डर का पाथ सेट करना होगा ताकि हम Folder1 फोल्डर से ही सोलिटेयर गेम को चला सकें। इसके लिए हम निम्नलिखित कमाण्ड देंगे
C: \Folder1> Path = C:\Folder2 <Enter>
चित्र Path Commands का प्रयोग

CCC Study Material Path Commands
अब हम एक्जिक्यूटेबल फाइल का नाम डॉस प्रॉम्प्ट पर टाइप करके <Enter> key दबाते हैं तो यह गेम Folder1फोल्डर में भी चल जायेगा, भले ही इसकी एक्जिक्यूटेबल फाइल Folder1 फोल्डर में स्थित न हो।
C:\Folder1 > Sol <Enter>
यह कमाण्ड देने पर सोलिटेयर गेम स्टार्ट हो जाएगा।
- ATTRIB कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग किसी भी फाइल को attributes बदलने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड संरचना C:\ATTRIB <SWTTCHES> <FILE NAME> <Enter>
एटरिब कमाण्ड के द्वारा हम किसी फाइल के करंट एट्रिब्यूट्स को भी देख सकते हैं। इसके लिए कमाण्ड संरचना निम्न प्रकार होगी
कमाण्ड संरचना
C:\ FTTRIB <FILE NAME> <Enter>
एटरिब कमाण्ड के द्वारा हम किसी फाइल के बारे में कई बातें निश्चित कर सकते हैं; जैसे __ फाइल में बदलाव नहीं किया जा सकता, फाइल को कॉपी नहीं किया जा सकता, फाइल को छिपाया जा सकता है आदि। ये एट्रीब्यूटस इसी प्रकार से किसी डायरेक्टरी के लिए भी कार्य करते हैं। इन एट्रीब्यूट्स (फ्लैग्स) की व्याख्या निम्न प्रकार से की जा सकती है
[+/- ]R – फाइल/ डायरेक्टरी रीड ओनली (करना/ नहीं करना)
[+/-]A – फाइल/ डायरेक्टी कॉपी एलॉव (करना/ नहीं करना)
[+/-]S – सिस्टम फाइल/ डायरेक्टरी (होना/ नहीं होना)
[+/-]H – फाइल/ डायरेक्टरी (छिपाना /नहीं छिपाना)
उदाहण के लिए, यदि हम Folder1 की File1 को read only बनाना चाहते हैं तो हमें इसके लिए निम्नलिखित ATTRIB कमाण्ड देनी होगी
C:\Folder1> ATTRIB + R File1 <Enter>
यदि हम File1 के एट्रीब्यूट्स (फ्लैग्स) को देखना चाहते हैं तो इसके लिए हम निम्नलिखित कमाण्ड देंगे C:\Folder1> ATTRIB File1 <Enter>
- MORE कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग output को देखने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड सरंचना
C:\> MORE < FILE NAME> <Enter>
यदि हमें किसी भी फाइल को एक-एक पेज के रूप में मॉनीटर पर देखना है तो हम इस कमाण्ड के साथ फाइल का नाम लिखकर <enter> key दबाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप फाइल मॉनीटर पर एक-एक प्रष्ठ के रूप में आती रहेगी और हम एक प्रष्ठ को देखने के पश्चात्किसी भी key को दबाकर अगला प्रष्ठ पुन: देख सकते हैं।
उदाहरण के लिए, हम File1 के कंटेंट्स को एक-एक पेज के रूप में रुक- रुक कर देखना चाहते हैं तो हम इसके लिए निम्नलिखित कमाण्ड देगें
C:\Folder1> MORE File1 <Enter>
- CHKDSK कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग हार्ड डिस्क और फ्लॉपी डिस्क का status ज्ञात करने के लिए किया जाता है। इस कमाण्ड के द्वारा loose cluster को फाइलों की chain (श्र्खला) में बदल सकते है।
कमाण्ड संरचना
C:\> CHKDSK <DRIVE NAME> <Enter>
उदाहरण के लिए, हम हार्ड डिस्क ड्राइव C: का स्टेट्स जात करना चाहते हैं तो इसके लिए हम निम्नलिखित कमाण्ड देगें
- C:\Folder1> CHKDSK C: <Enter>
- DISKCOMP कमाण्ड इस कमाण्ड के द्वारा किन्हीं भी दो फ्लॉपी डिस्क की आपस मे तुलना कर सकते है।
कमाण्ड संरचना
C:\>DISKCOMP <SOURCE DISK> <TARGET DISK> <Enter>
सर्वप्रथम source desk को drive A में लगाकर इस कमाण्ड का प्योग करते हैं। इसके पश्चात्, drive B में target disk को लगाकर <enter> key को दबा देते हैं, जसके परिणामस्वरूप कम्प्यूटर दोनों फ्ली डिस्क की तुलना करके निष्कर्ष मॉनीटर पर लिख देता है।
फदाहरण के लिए, यदि हम दो फ्लॉपियों की तुलना करने के लिए उन्हें ड्राइव A: व B: में लगाते हैं तो हम उनकी तुलना करने के लिए निम्नलिखित कमाण्ड देगें
C:\> DISKCOMP A: B: <Enter>
- TREE कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग directory के structure को दिखाने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड सरंचना
C: \> TREE<Enter>
यहाँ directory के structure से तात्पर्य उस directory में स्थित sub folders की hierarchy से है।
फाइल्स और डिस्कस कि कॉपी करना Copying of Files and Disks (CCC Study Material in PDF)
हम कॉपी कमाण्ड के द्वारा फाइल्स की कॉपी कर सकते हैं। इसी प्रकार डिस्ककॉपी कमाण्ड के द्वारा डिस्क्स की कॉपी कर सकते हैं। कॉपी करना एक महत्वपूर्ण कार्य है। कॉपी करके महत्वपूर्ण डाटा का बैकअप लिया जाता है व इसको किसी दुर्घटना की स्थिति में प्रयोग में लाया जाता है।
COPY कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग एक डिस्क की फाइलों को दूसरी डिस्क में कॉपी करने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड संरचना
- C: \>Copy <FILE NAME> <DESTINATION>
- C: \>COPY <SOURCE> <FILE NAME>
इस कमाण्ड के द्वारा हम किसी भी drive से फाइलों को कॉपी कर सकते हैं। किसी भी directory से फाइलों को दूसरी directory में या किसी अन्य डिस्क से फाइलों को हार्ड डिस्क में copy कर सकते हैं। हम COPY कमाण्ड का प्रयोग wildcard option के साथ भी कर सकते हें।
उदाहरण के लिए, यदि हम Folder1 फोल्डर से File 1फाइल की कॉपी Folder2 फोल्डर में करना चाहते हैं तो हम इसके लिए निम्नलिखित कमाण्ड देगें
C: \Folder1> COPY File1 C: \Folder2 <Enter>
इसी प्रकार, यदि हम Folder2 फोल्डर से File2 फाइल की कॉपी Folder1 फोल्डर में करना चाहते हैं तो हम इसके लिए निम्नलिखित कमाण्ड देंगे
C: \ Folder 1> COPY C:\Folder 2\File2<Enter>
चित्र Copy Commands का प्रयोग

CCC Study Material Copy Command
DISKCOPY कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग duplicate फ्लॉपी को तैयार करने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड संरचना
C: \DISKCOPY <DRIVE 1> <DRIVE 2> <Enter>
कम्प्यूटर की A: drive में source फ्लॉपी डिस्क तथा B: drive में target फ्लॉपी डिस्क लगाते हैं और DOS prompt पर इस कमाण्ड- को प्रयोग करते हैं जिसके परिणामस्वरूप source फ्लॉपी डिस्क के सभी contents, target फ्लॉपी डिसक् में कॉपी हो जाते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि हम A: ड्राइव की डिस्क की कॉपी B: ड्राइव में करना चाहते हैं तो इसके लिए निम्न प्रकार से कमाण्ड देगें
C: \> DISKCOPY A: B: <Enter>
डिलीट/अनडिलीट Delete/Un delete (CCC Study Material in Hindi PDF)
किसी भी फाइल को डिलीट करने के लिए डिलीट कमाण्ड की आवश्यकता पड़ती है। यदि फाइल गलती से डिलीट हो गयी है . हमें डिलीटेड फाइल को पोन: प्राप्त करने की आवश्यकता है तो हमें इसके लिए अनडिलीट कमाण्ड को प्रयोग करने की आवश्यकता पड़ती है। अनडिलीट कमाण्ड को हम रीसायकलबिन से डिलीटेड फाइल को रिस्टोर करने के समकक्ष मान सकते हैं। किसी फोल्डर/ डायरेक्टडरी को भी डिलीट किया जा सकता है। इसके लिए RD कमाण्ड का प्रयोग किया जाता है जोकि हम सेक्शन 3.3.1 में पढ़ चुके हैं। DELTREE कमाण्ड का प्रयोग भी डिलीशन में किया जाता है। इस कमाण्ड के द्वार किसी फोल्डर को उसके कंटेंट्स (सब- फोल्डर्स व फाइलस) समेत डिलीट किया जा सकता है।
- DEL कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग फाइल को delete करने में किया जाता है।
कमाण्ड संरचना
C: \> DEL <FILE NAME> <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा हम किसी भी directory में उपस्थित फाइलों को delete कर सकते हैं। इस कमाण्ड के साथ हम wildcard option का प्रयोग भी कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि हम folder1 फेल्डर से File1 फाइल को डिलीट करना चाहते हैं तो इसके लिए हम कमाण्ड निम्न रूप से देगें
C: \Folder1> DEL File1 <Enter>
- C: \> UNDELETE <FILE NAME> <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा हम किसी भी directory में उपस्थित फाइल्स को undelete कर सकते हैं। इस कमाण्ड के साथ भी wildcard option का प्रयोग किया जा सकता है।
उदाहरण के लिए, यदि हम Folder1 फोल्डर से File1 फाइल को अनडिलीट करना चाहते हैं तो इसके लिए हम कमाण्ड निम्न रूप से देगें
C: \Folder1> UNDELETE File1 <Enter>
- DELTREE कमाण्ड इस कमाण्ड के द्वारा हम किसी भी directory में बनी हुई sub – directories को delete कर सकते हैं।
कमाण्ड संरचना
C: \> DELTERR <Location of Directory> <Enter>
इस कमाण्ड के द्वारा हम सभी sub- directories को उनकी फाइलों समेत delete कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि हम Folder1 फोल्डर से Folder2 फोल्डर व इसके कंटेंट्स (सब- डायरेक्टरीज व फाइल्स) को डिलीट करना चाहते हैं तो इसके लिए हमें निम्नलिखित कमाण्ड दनी होगी
C: \Folder1> DELTREE Folder2 <Enter>
फ्लॉपी को फॉर्मेट करना Formatting a Floppy (DOEACC CCC Study Material)
किसी फ्लॉपी को फॉर्मेट करने का अर्थ है कि उस सेक्ट्रस में बाँटना। यदि किसी फ्लॉपी को फॉर्मेट किया जाता है तो उसका पूर्व समय स्टोर्ड डाटा स्वत: डिलीट हो जाता है। यदि सकिसी नई फ्लॉपी को प्रयोग किया जाता है तो फ्पी को फॉर्मेट करना आवश्यक है। फॉर्मेट करने के लिए फॉर्मेट कमाण्ड का प्रयोग किया जाता है। फॉर्मेट कमाण्ड को हमेशा सावधानीपूर्वक प्रयोग में लाया जाना चाहिए क्योकि यह पहले से सेटोर्ड डाटा को रिमूव कर देती है। फॉर्मेट कमाण्ड का प्रयोग हार्ड डिस्क पर भी किया जा सकता है। फॉर्मेट एक्स्टरनल कमाण्ड है, अत: एस कमाण्ड को चलाले के लिए सिस्टडम में रिलेटेड फाइल का होना आवश्यक है।
चित्र फ़ॉर्मेटेड फ्लोपी

CCC Study Material in PDF
- FORMAT कमाण्ड इस कमाण्ड का प्रयोग फॉपी डिस्क व हार्ड डिस्क को format करने के लिए किया जाता है।
कमाण्ड संरचना
C: \> FORMAT < DRIVE NAME> <Enter>
यदि हम 1.2 MB की फ्लॉपी ड्राइव से 1.2MB की फ्लॉपी डिस्क को format करना चाहते हैं तो हम DOS prompt पर FORMAT A : लिखकर <enter> key दबाते हैं, जिसक् परिणामस्वरूप कम्प्यूटर फ्लॉपी डिस्क को format कर देगा। इसी प्रकार, यदि हम 360 KB की फ्लॉपी ड्राइव के द्वारा 360 KB की फ्लॉपी डिस्क को format करना चाहते हैं तो भी इसी कमाण्ड का प्रयोग करते हैं, लेकिन जब हम 1.2 MB की फ्लॉपी ड्राइव द्वारा 360 KB की फ्लॉपी डिस्क को format करते हैं तो हम यह कमाण्ड इस प्रकार प्रयोग करेंगे C: \> FORMAT A:/S
यदि हम FORMAT कमाण्ड को बीच में ही रोकना चाहते हैं तो Ctrl + C keys को दबा कर रोक सकते हैं। जब हम FDISK कमाण्ड के द्वारा हार्ड डिस्क को formatting के लिए तैयार करते हैं तब इसके पश्चात् ही फॉर्मेट कमाण्ड का प्रया करते हैं।
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